नई दिल्ली, मई 11 -- नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। राजधानी के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। यह सेवाएं ग्रीष्मकालीन अवकाश को देखते रोकी गई हैं। ऐसे में अतिथि शिक्षकों में इसे लेकर रोष बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि इससे उनके परिवार पर आर्थिक परेशानी खड़ी हो जाती है। ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने कहा कि हजारों अतिथि शिक्षकों की सेवा को हर साल बंद कर दिया जाता है। इससे लगभग दो महीने का वेतन नहीं मिलता है। ऐसे में जीवन यापन मुश्किल हो जाता है। उन्होंने नवनिर्वाचित दिल्ली सरकार से मांग करते हुए कहा कि अतिथि शिक्षकों को 12 महीने का वेतन देने का प्रावधान किया जाए। शिक्षा निदेशालय ने इसे लेकर एक परिपत्र जारी किया है। इसमें बताया है कि यह सेवाएं 30 जून 2025 तक समाप्त रहेंगी। इसक...