देहरादून, जुलाई 12 -- देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अतिथि शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा है। पूर्व सीएम ने कहा कि एक तरफ सरकार अतिथि शिक्षकों को भर मानकर चलती है, दूसरी तरफ उन्हें ऐसे काम में झोंका जा रहा है, जहां उनको कोई पूछने वाला नहीं है। शनिवार को सोशल मीडिया में यह मुद्दा उठाते हुए रावत ने कहा कि यह वास्तविकता है कि अतिथि शिक्षक हमारे उत्तराखंड की शिक्षा का भार उठाए हुए हैं। दूसरी तरफ अब पंचायत चुनावों में उनकी ड्यूटी लगाई जा रही है। नियमानुसार, उनकी ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती है। यदि किसी के साथ ड्यूटी के दौरान कोई अनहोनी हो जाए तो उनको वह सुरक्षा राशि नहीं मिल सकती, जो अन्य को ऐसी स्थिति में मिलती है। यही नहीं उनकी ड्यूटी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के रूप में लगाई गई ...