मथुरा, अक्टूबर 31 -- जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) बुद्धि मिश्रा ने पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) वृंदावन में का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि फरह, नंदगांव और नौहझील परियोजनाओं के द्वारा अक्तूबर माह में किसी भी अतिकुपोषित बच्चों को केन्द्र में प्रवेश नहीं कराया गया। जबकि बलदेव और मथुरा नगर परियोजनाओं में केवल एक-एक बच्चे को ही प्रवेश दिया गया। उन्होंने फरह, नंदगांव और नौहझील के परियोजना अधिकारियों को चेतावनी दी है कि आगामी दो दिनों में अति कुपोषित बच्चों का प्रवेश एनआरसी केन्द्र में भर्ती नहीं कराया गया तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। डीपीओ ने निरीक्षण के बाद बताया कि उनके निरीक्षण के समय 11 बच्चे भर्ती मिले। विभिन्न परियोजनाओं के 12 बच्चों को अक्तूबर माह में भर्ती कराया गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने 5 बच्चों, आरबीएसके टीम ने 6 बच्...