रांची, सितम्बर 26 -- अड़की, प्रतिनिधि। अड़की में दुर्गा पूजा की तैयारियाँ जोरों पर हैं। यहां आयोजित होने वाली पूजा में हर साल बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं। उल्लेखनीय है कि अड़की में पहली बार दुर्गा पूजा वर्ष 1947 में हुई थी, जब मिट्टी के घर में प्रतिमा स्थापित की गई थी। आज उसी स्थान पर दुर्गा मंदिर है। पिछले 23 वर्षों से यहां पंडाल बनाकर प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इस वर्ष लगभग दो लाख रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। समिति की ओर से भव्य पंडाल निर्माण और आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है। मूर्ति निर्माण का कार्य बंगाल के कलाकार कर रहे हैं, जबकि सरायकेला-खरसावां जिले के दलभंगा के कारीगर पंडाल और विद्युत सज्जा का काम संभाल रहे हैं। हालांकि, तैयारियों के बीच कुछ समस्याएं भी सामने आ रह...