सहारनपुर, नवम्बर 23 -- चिलकाना। हजरत फातिमा ज़हरा की याद में अज़ा ए फात्मिया के पांच दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिन मजलिस का आयोजन किया गया। मौलाना सैय्यद हुसैन जाफ़र वहब मऊ ने हजरत फातिमा की शहज़ादी के जीवन और उनके नेक मार्ग पर चलने की सीख पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि पैगंबर मोहम्मद अपनी बेटी हजरत फातिमा के स्वागत में खड़े हो जाया करते थे और फातिमा ने सभी महिलाओं को नेक राह पर चलने की हिदायत दी। मौलाना ने फातिमा की वालिदा हज़रत खदीजा की महान उदारता और समाज सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि उनके योगदान से आज भी अरब अमीरात में गरीबों की मदद होती है। मजलिस में शामिल लोगों ने हजरत फातिमा के जीवन और शिक्षाओं को याद करते हुए उनकी नेक आदर्शों पर अमल करने की बात कही। इस दौरान शिया समुदाय के सदर अली इमाम, ज़ायर हुसैन चांद मियां, तहरीर अब्बास नक़वी...