लखनऊ, सितम्बर 26 -- इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी बहुत अच्छे तैराक थे। वह पूरे स्वीमिंग पूल के चार से पांच चक्कर मारते थे। यानी 400 से 500 मीटर दूरी वह लगातार तैर लेते थे। वह कैसे डूब गए? यह सोंचने वाली बात है। यह कहना है कि स्वीमिंग पूल के कोच अनिल कुमार का। वह खुद इस बात से बेहद परेशान दिखे कि अश्विनी चतुर्वेदी की डूबने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि अश्वनी उनके यहां सुबह सात से आठ के बैच में स्वीमिंग के लिए रोजाना आते थे। अश्विनी बेहद व्यवहार कुशल थे। इस कारण उनके कहने पर उन्हें 10-15 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम भी स्वीमिंग के लिए कभी कभार दे देते थे। चूंकि वह अच्छे तैराक थे इस लिए गोताखोर और वह सब लोग निश्चिंत रहते थे। पूल परिसर में लगे सीसी कैमरों की पुलिस पड़ताल कर रही है। पीठ और कंधे की बढ़ गई थी चर्बी कोच अनिल कुमार ने बताया कि अश्विनी...