जयपुर, अक्टूबर 10 -- जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल के न्यूरो डिपार्टमेंट के हेड डॉ. मनीष अग्रवाल की शानो-शौकत अब सलाखों के पीछे जांच के घेरे में है। गुरुवार रात एसीबी ने इस "पर्सनैलिटी डॉक्टर" को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। घर पर कार्रवाई के दौरान टीम को मेडल, सर्टिफिकेट और ट्रॉफियों की भरमार मिली - पर असली 'कमाई' तो रिश्वत से हो रही थी! डॉ. मनीष सिर्फ न्यूरो सर्जरी हेड नहीं, बल्कि अस्पताल के कई प्रशासनिक पदों पर तैनात था। वही तय करता था कि किसका बिल पास होगा, कौन-सी दवा खरीदी जाएगी और कौन-सा सप्लायर "सही" है। अस्पताल के गलियारों में कहा जाता था - "अगर फाइल को उड़ान देनी है, तो मनीष से साइन जरूरी है।" कहानी की शुरुआत हुई एक ब्रेन कॉइल सप्लाई करने वाली कंपनी से। कंपनी के 12.50 लाख रुपए के बिल पास करने के बदले...