मधुबनी, अक्टूबर 14 -- मधुबनी, नगर संवाददाता। लगातार हार्ट अटैक के मरीज बढ़ रहे हैं। इसमें से अधिकतर मरीजों की मौत त्वरित उपचार नहीं होने की वजह से हो रही है। लोगों को कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) की जानकारी नहीं होती, जिससे अचानक हृदय गति रुकने या 'सडन कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में पीड़ित की मौत हो जाती है। अगर प्रशिक्षित व्यक्ति समय पर पीड़ित को सीपीआर देता है, तो काफी जिंदगियां बचायी जा सकती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने आमलोगों को सीपीआर देने के गुर सिखाने का फैसला लिया है। इसी कड़ी में 13 से 17 अक्टूबर तक राष्ट्रव्यापी सीपीआर जागरूकता सप्ताह मनाया जायेगा। सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र कुमार ने बताया कि इस अभियान को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बिहार सरकार को एक पत्र लिखा है। इसमें क...