भागलपुर, जुलाई 11 -- हिन्दुस्तान विशेष भागलपुर, मुख्य संवाददाता। भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने भवन निर्माण विभाग में बड़ी वित्तीय गड़बड़ी पकड़ी है। यह गड़बड़ी अग्रिम ली गई राशि का हिसाब चार साल बाद भी नहीं देने से संबंधित है। सीएजी की आपत्ति को लेकर भवन निर्माण विभाग ने संबंधित जिलों से खोज-खबर शुरू की है। संबंधित कार्यपालक अभियंताओं को कड़ी चेतावनी देते हुए तीन दिनों के अंदर वस्तुस्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। सीएजी ने 2021-22 के राज्य का वित्त प्रतिवेदन की कंडिका- 4.20 में आपत्ति जतायी है कि भवन निर्माण विभाग के अधीनस्थ विभिन्न कार्य प्रमंडलों के पास 12.53 करोड़ रुपये का अस्थायी अग्रिम एवं अग्रदाय के रूप में लंबित दिखाया गया है। लंबित राशि के समायोजन के लिए कई बार निर्देश देने के बावजूद वांछित अनुपालन प्रतिवेदन अब तक अप...