रामपुर, अक्टूबर 4 -- शुक्रवार देर शाम शाहबाद नगर रामभक्ति में डूबा नजर आया, जब भगवान राम के अग्निबाण के प्रहार से लंकेश्वर रावण का विशाल पुतला धू-धूकर जल उठा। देखते ही देखते दशानन का अहंकार राख में तब्दील हो गया और पूरा नगर जय श्रीराम के उद्घोषों से गूंज उठा। इससे पहले रणभूमि में लक्ष्मण ने इंद्रजीत मेघनाद को मौत के घाट उतारा तो श्रीराम ने अपने दिव्य बाणों से महाबली कुंभकरण का वध कर दिया। शाहबाद में चल रही रामलीला में झांसी से आए कलाकारों द्वारा प्रस्तुत युद्ध दृश्य ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया। रामलीला मैदान पर जब रावण बार-बार नए-नए शीश निकालकर युद्ध करता रहा, तब विभीषण के बताए अनुसार प्रभु श्रीराम ने उसकी नाभि पर अग्निबाण साधा। अग्निबाण लगते ही रावण का पुतला गगनभेदी धमाकों के साथ धराशायी हो गया और नगर ने बुराई के पतन का साक्षी बन इति...