नई दिल्ली, मई 17 -- प्रभात कुमार नई दिल्ली। पिछले एक दशक में मुकदमों के निपटारे में तेजी आने के बाद भी देशभर की अदालतों में मुकदमे का बोझ कम होने के बजाए और बढ़ता ही जा रहा है। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्ष 2030 तक जिला अदालतों में जहां मुकदमों का बोझ 5 करोड़ 12 लाख तक पहुंच सकता है। हालांकि यदि यह पूर्वानुमान 95 फीसदी भी सही होता है तो मुकदमों की संख्या 8 करोड़ तक पहुंच सकती है। देश में फिलहाल 142 करोड़ जनसंख्या बताई जा रही है और अनुमान है कि 2030 तक देश की कुल जनसंख्या लगभग 152 करोड़ पहुंच जाएगी। इंडिया जस्टिस रिपोर्ट-2025 ने अपने पूर्वानुमान के आधार पर जिला अदालतों में लंबित मामलों को लेकर शोध किया और पूर्वानुमान लगाया कि 2030 तक मुकदमों की संख्या कितनी हो जाएगी। इसमें अनुमान लगाया गया कि जिला अदालतों में 15 फीसदी के हिसाब से मुकदम...