जौनपुर, मार्च 5 -- जौनपुर, संवाददाता। रंगों का पर्व होली हो या फिर प्रकाश का पर्व दीपावली। प्रमुख त्योहारों पर परदेश से अपने घर आने वालों की चाहत बढ़ जाती है। दोनों त्योहारों की वजह से साल भर में करीब 20 दिन हाई वैल्यू-डेज होते हैं। इसका असर मध्यमवर्ग के लोगों की जेब पर यात्रा के दौरान सबसे ज्यादा पड़ता है। अबकी होली मार्च दूसरे सप्ताह में है, इसलिए पहले सप्ताह के अंत से ही जेब पर लोड पड़ना शुरू हो चुका है। ऐसे में फ्लैक्शीफेयर की मार भी लोगों को झेलनी पड़ सकती है, क्योंकि ट्रेनों में अभी से सीटें बुक हो गईं, स्लीपर कोच में तो नो रूम की स्थिति बनने की स्थित आ गई है। हालांकि, परिवहन निगम होली पर अतिरिक्त बसें चलाने की तैयारी में है। मंगलवार को आगामी त्योहार के दिनों में यात्रा के दौरान आने वाली संभावित दिक्कतों को लेकर 'हिन्दुस्तान ने हकीक...
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