भागलपुर, अप्रैल 17 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (मायागंज अस्पताल) में बीते छह साल में इलाज के लिए आने वाले हीमोफीलिया के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। साल 2019 में जहां मायागंज अस्पताल में हीमोफीलिया के 23 नए मरीज मिले थे तो साल 2024 में ये आंकड़ा बढ़कर 49 पर पहुंच गया था। सेंटर के प्रभारी डॉ. राकेश कुमार बताते हैं कि इस साल हर माह औसतन चार से पांच बच्चे हीमोफीलिया का इलाज कराने के लिए आते हैं। इनके आने के साथ ही उसी दिन फैक्टर चढ़ाने के बाद उसी दिन इलाज करके भेज दिया जाता है। अगर आपके घर-आंगन में खेल रहे बच्चे के घुटने में सूजन, चोट लगने पर खून न रूक रहा या फिर जोड़ों में दर्द हो रहा है तो आप जरा सतर्क हो जाएं। हो सकता है कि इस लक्षण से ग्रसित आपका बच्चा हीमोफिलिया का शिकार हो। ये लक्षण दिखें ...