रामपुर, अक्टूबर 10 -- सपा नेता आजम खान का राजनीति में आने के बाद से ही मिजाज अलग रहा है। उनका अंदाज, तेवर, रूठना अक्सर सुर्खियां बनता रहा है। बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ही नहीं बल्कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव भी साल 2019 में इसी प्रकार से आजम को मनाने रामपुर आ चुके हैं। दरअसल, रूठकर दवाब बनाना और बात मनवाना...आजम का पुराना शगल रहा है। आजम खान सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी जाहिर करने में भी कभी नहीं चूकते। उनका गुस्सा हमेशा ही सुर्खियों में रहा और पार्टी के लिए कई बार असहज स्थिति पैदा की। 1977 में जनता पार्टी से पहली बार रामपुर से लोकसभा से चुनाव लड़ने और हारने के बाद आजम खान 1985 में मुलायम सिंह यादव से जुड़े। उसके बाद से वह लगातार उनके साथ रहे हैं। बीच में अमर सिंह से विवाद के कारण कुछ समय के लिए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया ग...
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