प्रयागराज, फरवरी 3 -- महाकुम्भ नगर मुख्य संवाददाता विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में भाईचारे की मिसाल भी देखने को मिली। सनातन धर्म के रक्षक अखाड़ों के संतों, महंतों, मंडलेश्वरों और महामंडलेश्वरों को भव्यता के साथ संगम तक पहुंचाने में अल्पसंख्यक समाज भी पीछे नहीं रहा। कहीं रज्जाक के रथ पर संत जाते हुए दिखे तो कहीं इकबाल और नौशाद का बैंड अमृत स्नान के उत्साह को दोगुना करता नजर आया। अखाड़ों की शोभा यात्रा में कई बैंड पार्टी मुस्लिम समुदाय की थी। मो. इकबाल अहमद का आजाद बैंड, नौशाद और शमशाद का ग्रेट मास्टर बैंड समेत दूसरी बैंड पार्टियां रथों के आगे धार्मिक गीत बजाते चल रही थीं। अल्पसंख्यक समुदाय के कलाकार पूरी शिद्दत के साथ ड्रम, ढोल, ताशा बजा रहे थे तो साथ-साथ संतों के अनुयायी झूमते-नाचते बढ़ रहे थे। साधुकुटी चौराहा करछना के रज्जाक समेत कई...