धनबाद, मई 26 -- धनबाद, वरीय संवाददाता कृत्तिका नक्षत्र और शोभन योग में सोमवार को वट सावित्री का त्योहार मनाया जाएगा। इस वट सावित्री सोमवती अमावस्या का भी शुभ संयोग बन रहा है। इसलिए यह तिथि व्रतियों के लिए और भी महत्वपूर्ण हो गई है। यह आमवस्या स्नान-दान और श्राद्ध की अमावस्या भी है। वट सावित्री व्रत को कठिन व्रतों में से एक माना गया है। सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखेंगी। खड़ेश्वरी मंदिर के पुजारी मनोज पांडेय बताते हैं कि अखंड सौभाग्य के लिए विवाहिता इस व्रत को विधि-विधान से करती हैं। पौरराणिक कथा भी इसी ओर इंगित करती है। सत्यवान और सावित्री की कथा, जिसमें सावित्री अपने पति सत्यवान को अपने सतित्व की शक्ति से यम से छीनकर ले आती हैं। व्रत के दौरान वृक्ष के चहुंओर कलावा बांध कर महिलाएं अपने पति के दीघार्यु की कामना करेगी। वट सा...
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