गाजीपुर, अक्टूबर 30 -- भांवरकोल, हिन्दुस्तान संवाद। पवित्र कार्तिक मास की नवमी तिथि को क्षेत्र में गुरुवार को अक्षय नवमी पर अल सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई। इस मौके पर महिलाओं ने जगह जगह श्रद्धा व भक्ति के साथ अक्षय नवमी का पर्व मनाया। श्रद्धालु महिलाओं ने व्रत रखकर आंवला के पेड़ों की पूजा की। साथ ही आंवला वृक्ष के नीचे विभिन्न प्रकार के भोजन बनाकर भगवान विष्णु को भोग लगाया। इसके बाद उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। ऐसी शास्त्रीय मान्यता है कि आंवला वृक्ष के मूल में भगवान विष्णु, ऊपर ब्रह्मा, स्कंद में रुद्र, शाखाओं में मुनिगण, पत्तों में वसु, फूलों में मरुद्गण और फलों में प्रजापति का वास होता है। अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। आंवले...