सिद्धार्थ, जुलाई 6 -- डुमरियागंज, हिन्दुस्तान संवाद। इमाम हुसैन के बेटा अली अकबर अली अस की याद में हल्लौर में शुक्रवार रात 10 बजे अकीदत के साथ ताबूत का मातमी जुलूस निकाला गया। जुलूस पूरी रात कस्बे के इमामबारगाह व मुख्य मार्गों पर भ्रमण कर हुसैनिया बाबुल में पहुंचकर समाप्त हुआ। हल्लौर हुसैनिया बाबुल इमाम बारगाह में मर्सिया हैदरे कर्रार ने पढ़ा। मजलिस को खिताब करते हुए जाकिर काजिम मेंहदी ने कहा कि इमाम हुसैन अस के बेटा अली अकबर ने कर्बला के मैदान में अपने वालिद से जंग पर जाने की इजाजत मांगी थी। इस पर इमाम हुसैन ने कहा कि मैं तुम्हें कैसे इजाजत दे दूं। तुम तो हम शक्ले पैगंबर हो। उन्होंने जैसे ही 18 वर्षीय हजरत अली अकबर की दर्दनाक शहादत को बयां किया, तो अजादार रोने लगे। इमाम का ताबूत उठाकर अम्मार, लाडले, शबबन, संजू द्वारा इमाम से मंशूब नौहा प...