लखनऊ, मार्च 10 -- अंसल एपीआई की सुशांत गोल्फ सिटी के प्लाटों की बड़े पैमाने पर लोगों ने खसरा नंबर के हिसाब से रजिस्ट्री करा ली है। खसरा नंबर से रजिस्ट्री करने से करोड़ों रुपए के स्टांप पेपर बचा लिए गए हैं। जबकि इस टाउनशिप का एलडीए से लाइसेंस है। प्लॉट नंबर भी है। इसके बावजूद लोगों ने स्टांप पेपर चोरी करने के लिए भूखंड संख्या लिखने की जगह खसरा नंबर डालकर इसकी रजिस्ट्री कराई है। सही तरीके से जांच हुई तो अरबों रुपए स्टांप चोरी की बात सामने आ सकती है। अंसल एपीआई बिल्डर की सुशांत गोल्फ सिटी की काफी जमीन कंसोर्टियम के एससी एसटी सदस्य ने दूसरे लोगों को बेच दी है। इनमें से तमाम जमीन ऐसी हैं जो अंसल के लेआउट में भी हैं। यानी इनका प्लॉट नंबर है और यह पूरी विकसित कॉलोनी के अंदर की हैं। ऐसे में यहां का डीएम सर्किल रेट अलग है। खसरा नंबर की जमीन का डीए...
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