संवाददाता, जून 16 -- जिंदगी का हसीन सफर शुरू होने से पहले ही होने वाले हमसफर का साथ छूट गया। सगाई के बाद दोनों की आंखों में ढेरों अरमान पल रहे थे। पांच महीने बाद शादी होनी थी, लेकिन विवाह के बंधन में बंधने से पहले ही युवती की सांसों की डोर टूट गई। होने वाली पत्नी को इस तरह रुखसत होते देख मंगेतर की दुनिया उजड़ गई। फिर उसने जो फैसला लिया, उससे हर कोई हैरत में पड़ गया। जीते जी जो अरमान पूरे न हुए, उसे मरने के बाद निभाने की उसने इच्छा जताई। परिजनों की रजामंदी लेकर अंतिम संस्कार से पहले उसने युवती को सिंदूरदान किया। समर्पण की यह अनूठी घटना महराजगंज जिले की है। इस शादी की चहुंओर चर्चा है। निचलौल कस्बे के रहने वाले पारस की पुत्री प्रियंका (उम्र 22 वर्ष) की शादी कस्बे के ही युवक सन्नी मद्धेशिया से कुछ महीने पहले तय हुई थी। सगाई के बाद नवंबर में श...