मुंगेर, जून 23 -- मनोज कुमार मुंगेर, निज संवाददाता । सड़क दुर्घटना में मृत हो चुके अज्ञात व्यक्ति या गंभीर बीमार वैसे मृत व्यक्ति जिसकी पहचान नहीं हो पाती, उसे प्रावधान के अनुरूप पुलिस के अनुरोध पर पहचान के लिए 72 घंटे तक सुरक्षित पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर में अस्पताल प्रबंधन द्वारा रखवा दिया जाता है। लेकिन 72 घंटे की समय सीमा समाप्त हो जाने के बाद भी पुलिस अज्ञात शव के अंतिम संस्कार के प्रति गंभीर नहीं दिखती। यही नहीं अज्ञात शव को डिस्पोज करने के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा कोतवाली थाना को पत्राचार किए जाने के बावजूद पुलिस ऐसे अज्ञात शव का दाह संस्कार के प्रति उदासीन बनी रहती है। जिस कारण पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर में कोई-कोई अज्ञात शव 10 से 15 दिन तक रखा रह जाता है। ताजा मामला 21 जून का है, जब अस्पताल उपाधीक्षक द्वारा कोतवाली था...