जयपुर, अक्टूबर 18 -- बारां ज़िले की अंता विधानसभा सीट पर इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है। यहां सियासी मुकाबला अब पूरी तरह त्रिकोणीय बन चुका है। भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार - तीनों ही अपने-अपने सामाजिक और जातीय समीकरणों को साधने में जुटे हैं। स्थानीय मतदाताओं का झुकाव किस ओर जाएगा, यह तय करेगा कि 2025 के इस चुनाव में बाज़ी कौन मारता है। अंता विधानसभा में करीब 2.25 लाख मतदाता हैं, जिनमें माली समाज के लगभग 40 हजार, अनुसूचित जाति (SC) के करीब 35 हजार और मीणा समुदाय के लगभग 30 हजार वोटर निर्णायक भूमिका में हैं। इसके अलावा धाकड़, ब्राह्मण, बनिया और राजपूत समाज के मतदाता भी अहम संख्या में मौजूद हैं। इन समुदायों का संतुलन जिस ओर झुकेगा, वह उम्मीदवार की जीत या हार तय कर सकता है। अंता क्षेत्र में माली समाज की संख्या सबसे अधिक है, ल...