पीलीभीत, जून 12 -- बरखेड़ा, संवाददाता। कहने को तो रेलवे ने अंडरपास सुरक्षित आवागमन और रेल पटरी पर आने-जाने से बचाने के लिए बनाए थे। पर तराई के इस जिले में वाटर लेबल काफी ऊपरी सतह पर होने के कारण यहां जलास्रोत को लेकर कोई असुविधा नहीं है। पहली बात तो पानी जमीन के उपरी लेयर में है, दूसरा ये कि बारिश से यहां आने-जाने में परेशानियां होती हैं, आवागमन बंद हो जाता है। शाहजहांपुर रेलखंड पर ब्राडगेज के दौरान ग्राम नवादा महेश के पास मानवरहित रेलवे क्रासिंग बंद करने के बाद अंडरपास का निर्माण कराया गया था। यह अंडरपास बारिश के दिनों में ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन जाता है। दर्जनों गांव का रास्ता पूरी तरह बंद हो जाता है। मानसून नजदीक आते ही ग्रामीणों को रास्ता बंद होने का दर्द सताने लगा है। बुधवार को ग्रामीणों ने हिन्दुस्तान संवाद में अपनी बात रख समस्या...
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