विवेक पांडेय, नवम्बर 1 -- यूपी के गोरखपुर के सिधारीपुर मोहल्ले के गुलजार के साथ कुदरत अजीब खेल खेल रही है। मई में जब उसकी लाश मिली तब पहचान का संकट था पर अब जब पहचान हो गई और लाश पिता को सौंपने का आदेश हो गया, तब उसकी कब्र ही लापता हो गई है। यह तो पता है कि उसका शव राजघाट में राप्तीनदी के किनारे दफनाई गई पर इसमें गुलजार की कब्र कौन है यह पुलिस को भी नहीं पता है। उलझन यह है कि पिता को गुलजार की लाश चाहिए और पुलिस को वह कब्र जिसमें मृत गुलजार को दफन किया गया था। दफन कराने वाले कर्मचारी की याददाश्त पर पिता शव कबूल कर ले या फिर डीएनए जांच कराई जाए। इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं दिख रहा है। कैंट थाना क्षेत्र के ट्रैफिक तिराहे पर 7 मई 2025 को एक युवक का शव मिला था। पहचान न होने पर पुलिस ने 72 घंटे के इंतजार बाद पोस्टमार्टम कराकर शव को राजघाट क्...