जहानाबाद, अप्रैल 19 -- कुर्था, निज संवाददाता प्रखंड सह अंचल अंचल कार्यालय की सुरक्षा में लगे सिपाहियों के रहने लिए मिला बैरक भी महफूज नहीं है। सिपाहियों के बैरक की दीवारें प्लास्टर छोड़ चुकी है। हाथ से छू जाने के बाद ही भर भरा कर प्लास्टर गिर रहे हैं। छत की सीलिंग ढलाई छोड़ रही है। बैरक में न रहने लायक कमरा है और न ही शौचालय। सरकार की ओडीएफ यहाँ के लिए बेईमानी है। प्रखंड परिसर में बने अंचल गार्ड के रहने के लिए मिले बैरक में शौचालय व पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं भी मौजूद नही है। इससे सहज़ ही अनुमान लगाया जा सकता है कि उसमे रहने वाले गार्ड कैसे रहते हैं। पूरी छत कब माथे पे आ जाय कुछ कहा नहीं जा सकता। सिपाही भय के साये में रहने और विश्राम करने को मजबूर हैं। हैरानी की बात यह है कि प्रखंड परिसर स्थित सभी जर्जर भवन के नव निर्माण की बात तो हुयी है। इ...