जहानाबाद, अगस्त 14 -- घोसी प्रखंड के कोर्रा गांव के रहने वाले थे महंत भागवत दास सर जॉन साइमन के आगमन पर काला झंडा लेकर उनका विरोध करने निकल पड़े थे जहानाबाद, नगर संवाददाता। अंग्रेजों से बलपूर्वक आजादी छीन लेने की चाहत रखने वाले युवाओं में से महंत भागवत दास भी थे। शहीद भगत सिंह के बिहार में प्रमुख सहयोगी और सूबे के युवाओं द्वारा गठित क्रांतिकारी संगठन, बिहार यूथ लीग के प्रमुख सदस्य महंत भागवत दास को इस चाहत की कीमत भी चुकानी पड़ी। लेकिन उनका संकल्प नहीं डिगा। आखिरकार 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों को भारत छोड़कर जाना पड़ा। घोसी प्रखंड के कोर्रा गांव निवासी तीर्थराज सिंह के घर वर्ष 1908 में जन्मे महंत भागवत दास को पढ़ाई के लिए पिता ने बोधगया के महंथ की पाठशाला में भेजा। लेकिन, वह तो दूसरी मिट्टी के बने थे। पढ़ाई लिखाई छोड़ वे क्रांतिकारी गतिविधियों मे...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.