सहरसा, नवम्बर 8 -- सहरसा, हिन्दुस्तान संवाददाता। राजेन्द्र मिश्र महाविद्यालय में राष्ट्रगीत ''वंदे मातरम'' के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 7 नवम्बर को राष्ट्रीय गीत का गायन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. गुलरेज रौशन रहमान ने कहा कि वन्दे मातरम् गीत वस्तुत: भारत को मां के रूप में वर्णन करते हुए उनकी वंदना करता है। 1905 में अंग्रेजों के बंगाल विभाजन के नीति के विरूद्ध यह गीत बंगाल एकता के प्रतीक बनकर काफी मुखर रूप से सामने आया। हिन्दू मुस्लिम सामाजिक एकता के गीत के रूप में जब हमारे आन्दोलनकारी सड़क पर निकलते थे तो फिर गोरी सरकार की लाठी और बदूक की कुंदे की मार की कोई परवाह नहीं करते थे। मौके पर पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. ललित नारायण मिश्र, राष्ट्रीय सेवा योजना, यूनीट 1 के कार्यक्रम पदाधि...