जमशेदपुर, अप्रैल 9 -- अंगीभूत महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी मोर्चा ने मंगलवार को राजभवन रांची के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान मोर्चा ने विभिन्न मांगों को भी रखा और मांगे नहीं मानने तक अनिश्चितकालीन प्रदर्शन का ऐलान किया। मोर्चा के सदस्यों ने बताया कि महाविद्यालयों में स्थायी तौर पर समायोजित किए जाने और नौकरी से नहीं हटाने की मांग को लेकर इससे पहले झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट कर्मचारी मोर्चा के सभी सदस्य झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं झारखंड के 10 मंत्री एवं 30 विधायक से चुके हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। मुख्यमंत्री द्वारा आश्वासन भी दिया गया था कि वे किसी को भी बेरोजगार नहीं होने देंगे। लेकिन आलम यह है कि धीरे-धीरे सबको महाविद्यालय से हटाया जा रहा है। कर्मचारियों की मुख्य मांग है कि समायोजन विश्वविद्याल...