हल्द्वानी, दिसम्बर 25 -- हल्द्वानी, वरिष्ठ संवाददाता नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अंकिता भंडारी हत्याकांड को सत्ता-संरक्षित दरिंदगी का उदाहरण करार देते हुए कहा कि नए तथ्यों ने देवभूमि के जनमानस को झकझोर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हत्यारोपी और हत्याकांड के कारक सीधे भाजपा व सरकार के ताकतवर लोगों से जुड़े थे, इसलिए कांग्रेस और जनता की मांग के बावजूद सीबीआई जांच नहीं हुई। गुरुवार को प्रेस को जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष आर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह हत्या न दुर्घटना थी, न एक व्यक्ति की मानसिक विकृति, बल्कि सत्ता के दबाव में एक बेटी ने अस्मिता का सौदा करने से इनकार किया तो उसे जान से हाथ धोना पड़ा। मुख्य कारण भाजपा संगठन से जुड़े अति विशिष्ट व्यक्ति को स्पेशल सर्विस देने का दबाव था, जिसे एसआईटी ने जानबूझकर जांच दायरे से बाहर रखा। अब भ...