नई दिल्ली, अगस्त 1 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। महाराष्ट्र की राजनीति में मालेगांव बम विस्फोट के मामले में आए अदालत के फैसले का व्यापक असर पड़ सकता है। इससे राज्य में सामाजिक ध्रुवीकरण के साथ नए राजनीतिक समीकरण बन सकते हैं। खासकर उस समय जबकि उद्धव और राज ठाकरे दोनों एक साथ आगे बढ़ रहे हैं। दोनों नेताओं के लिए इस मुद्दे पर कांग्रेस के विपक्षी गठबंधन के साथ खड़े होने में दिक्कत आ सकती है, वहीं भाजपा के लिए फैसला काफी अहम है और ठाकरे बंधुओं की एकता से बढ़ रही चुनौती कमजोर पड़ सकती है। महाराष्ट्र की राजनीति में उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना का दर्जा मिलने के बाद उद्धव ठाकरे की मुश्किले पहले से ही बढ़ी हुई है। इन हालात में राज्य में बाल ठाकरे की विरासत को बचाने के लिए उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई व मनसे नेता राज ठाकरे सा...
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