हापुड़, अप्रैल 22 -- समर्थ शिशु श्रीरामकथा का उद्देश्य न केवल श्रीराम के जीवन आदर्शों को बाल एवं युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम है बल्कि यह गर्भावस्था से लेकर बाल्यावस्था तक के वैज्ञानिक पहलुओं को भारतीय सांस्कृतिक दृष्टिकोण से जोड़ने का एक प्रयास भी है। उक्त बातें शिक्षा भारती हापुड़ की अध्यक्ष स्वाति गर्ग ने श्रीमती ब्रह्मादेवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। उन्होंने बताया कि श्रीरामकथा का उद्देश्य है माता पिता को बाल पालन की सही दिशा, मानसिक और नैतिक विकास के उपाय बताने। साथ ही पारिवारिक संस्कारों की वैज्ञानिक पृष्ठभूमि के साथ जानकारी देना। समिति के सदस्य संजय कृपाल गर्ग ने बताया कि यह कथा विशेष रुप से उन सभी संयुक्त परिवारों के लिए उपयोगी होगी, जो विघटन होते जा रहे हैं। जो अपने बच्चों के भविष्य को उज्...