बुलंदशहर, मई 1 -- बुलंदशहर। एक मई को आज मजदूर दिवस है। इस दिवस पर मजदूरों के उत्थान के बारे में जगह-जगह पर गोष्ठी आयोजित होंगी। लेकिन, शहर के तीन स्थानों पर भूखे पेट को भरने की आस में विभिन्न स्थानों से आने वाले मजदूरों की हालत काफी दयनीय है। इनका कहना है कि घरों में काम कराने से लेकर अन्य कामों में हमारी सहायता ली जाती है। लेकिन,मजदूर दिवस को छोड़ दिया जाए तो सालभर उनके कष्टों के बारे में कोई भी जानकारी करने के लिए नहीं आता है। यदि मजदूरों को भी श्रम विभाग में पंजीकरण का लाभ मिले और हमें भी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले तो हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुधरे। इसे अधिकारियों का उदासीनता रवैया कहे या फिर जनप्रतिनिधियों की अनदेखी कि हमें किसी भी योजना का लाभ अभी तक नहीं मिल सका है। ऐसे में हमारे सामने कई प्रकार की दिक्कत खड़ी हो गई हैं।...