प्रयागराज, मार्च 4 -- प्रयागराज। युवा वैज्ञानिकों ने सस्ता और कारगर स्वदेशी पर्याहितैषी टॉयलेट क्लीनर विकसित किया है। इसे बनाने में संतरा, नींबू और नारंगी जैसे खट्टे फलों के अपशिष्ट का प्रयोग हुआ है, जिन्हें हम कूड़ेदान में फेंक देते हैं। ये सामुदायिक शौचालयों को दमकाने में सक्षम होंगे।इविवि के संघटक सीएमपी डिग्री कॉलेज की रसायन विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बबिता अग्रवाल एवं डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा के निर्देशन में एमएससी छात्रा श्रुति द्विवेदी ने इकोफ्रेंडली बायोएनजाइम क्लीनर तैयार किया है। प्रयोगशाला में इसका परीक्षण सफल रहा है। विदित हो कि अमूमन शौचालय को साफ करने में तेजाब का उपयोग होता है। इससे जैव पदार्थों को सड़ा कर छोटे घटकों में तोड़ने वाले पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण सूक्ष्मजीव मर जाते हैं। वहीं इस टॉयलेट क्लीनर के प्रयोग से उनक...