पृथ्वी पर नवरात्रि से बड़ा कोई व्रत नहीं : देवकृष्ण शास्त्री
मुजफ्फरपुर, फरवरी 12 -- शतचंडी यज्ञ के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की हुई पूजायज्ञशाला की परिक्रमा करने के लिए उमड़े श्रद्धालु सकरा,हिन्दुस्तान संवाददाता। बघनगरी गांव स्थित बाबा दूधनाथ शिव मंदिर परिसर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के तीसरे दिन सोमवार को मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा की गई। ब्राह्मणों द्वारा सुबह पूरे विधि विधान से आह्वादित सभी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की गयी। वहीं दुर्गा सप्तशती का पाठ व जाप किया गया। काफी संख्या में श्रद्धालु यज्ञशाला की परिक्रमा करने के लिए पहुंचे थे। अयोध्या से आए पंडित देवकृष्ण शास्त्री ने देवी की नवरात्रि व्रत करने का विधान बताया। नवरात्रि व्रत एक ऐसा व्रत है, जिसको करने से देवी प्रसन्न होती हैं और समस्त सुखों को प्रदान करती है। इस पृथ्वी पर नवरात्रि से बड़ा कोई व्रत नहीं, देवी मत भागवत...
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