मेरठ, अप्रैल 10 -- मगरिब की नमाज के तुरंत बाद लोगों की निगाहें आसमान पर लगी थीं। तलाश हो रही थी ईद के चांद की। जैसे ही हिलाल (नया चांद) अर्थात ईद का चांद नजर आया तो शुरू हुआ आपस में सलाम का दौर। इसके साथ ही एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाईयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। घरों से लेकर बाजार तक रौनक ही रौनक नजर आई। मस्जिदों से भी ऐलान किया। आतिशबाजी हुई, नगाड़ा बजाकर ईद मनाने का संकेत दिया। वहीं लोग बाजार में पहुंच गए। महिलाएं चूड़ियां, सौंदर्य प्रसाधन की वस्तुएं खरीदने में जुट गईं। खीर और शीर बनाने के लिए सामान की देर रात तक खरीदारी का दौर चलता रहा। चांद रात में बाजारों की चांदी मेरठ। चांद रात के साथ बाजारों में जमकर चांदी कटी। ईद की खुशियां मनाने के लिए मुस्लिमों ने कपड़ों, जूते-चप्पल, मेवों से लेकर घरेलू सजावट के सामान तक की खरीददारी की। पि...